नीम करोली बाबा की कहानी, चमत्कार।

नीम करोली बाबा की कहानी

Apple के मालिक Steve Jobs।जब इनकी मृत्यु हो रही थी ना तो मरने के Time पर इनके तकिए के नीचे एक ऐसे इंसान की Photo थी जो किभारत के ही रहने वाले थे जिन्हें लोग कोई Normal इंसान नहींबल्कि स्वयं बजरंगबली के अवतार के नाम से जानते थे।उनका नाम नीम करोली बाबा था।केवल Steve Jobs ही नहीं बल्कि Facebook Companyके मालिक, Mark Zuckerberg, यहाँ तक कि बड़ेबड़े Hollywood सितारे, बड़े बड़े Bollywood की सितारे।इनके भक्त हुआ करते हैं, मुरीद हुआ करते हैं।Howard University के एक बहुत बड़े Mathematician इनके भक्तों कीसबसे बड़ी जो List है उसमें सबसे ऊपर शुमार है।

नीम करोली बाबा की कहानी, चमत्कार। 


नीम कर होली बाबा, यह इतने ज़्यादा चमत्कारी बाबा हैकि इन्होंने पानी को घी में बदल दिया था।एक रात, एक साथ, एक हज़ार गोली खाए थे, उसके बाद भीवो एक हज़ार गोलियां इनका कुछ भी नहीं बिगाड़ सकी थी।बाल भी बाबा नहीं कर सकी थी।नीम करोली बाबा वो बाबा थे जिन्हें एक बार जब Trainसे उतार दिया गया था तो जो Train थी वो Beachघने जंगल से आगे भी नहीं बढ़ पा रही थी।दोस्तों आज मैं आप लोगों के सामने उन्हीं की जीवनीकी एक ऐसी सच्ची कहानी लेकर आ गया हूं।

जिसे सुनने के बाद आप लोग बहुत ज़्यादा हैरान हो जाएंगे।यह इतने ज़्यादा चमत्कारी पुरुष थे कि आज भी देश विदेश केबड़े बड़े लोग, बड़े लिखे लोग, जो लोग विज्ञान से बहुत हदतक जुड़े हुए हैं वो भी इनके मोहित हुआ करते है। नीम करोली बाबा जो बचपन में जो पैदाइशीन का नाम थाइनका नाम था लक्ष्मी नारायण जी इनका जनसंघ उन्नीस सौ के आसपासउत्तर प्रदेश के अकबरपुर नाम के गांव में हुआ था।केवल ग्यारह वर्ष की उम्र में ही इनका विवाह होगया लेकिन विवाह के कुछ ही दिनों बाद इनका जोमन है वो सांसारिक सुखों से उत्साह चला गया था।एक तरीके से देखा जाए तो वो इसजीवन को बहुत अच्छे से समझ चुके थे।

नीम करोली बाबा के चमत्कार

उन्होंने अपना घर छोड़ दिया और घरछोड़कर कहीं बहुत दूर चले गए।इनके घर छोड़कर जाने की कुछ सालों बाद एक बुज़ुर्ग आदमी रहेहोंगे, उनको ये कहीं दिखाई दिए और वो इनके जानकार थे।

इन्होंने लक्ष्मी नारायण जी के पिता जी को बताया किआपका जो बेटा है वो इन इन हालातों में यहांपर रह रहा है अपने घर पर बुला।पिता जी को जब पता चला तो वहअपने पुत्र मोह से बच नहीं पाए।और उन्हें जल्दी से जल्दी अपने बेटेको अपने घर पर बुला लिया।वह लेकिन घर में वापस आने के बावजूद भी अपनामन नहीं लगा पा रहे थे इस दुनिया में।

उसके बाद वो फिर से अपने घर को सबकोबता कर छोड़े और इस बार उन्होंने एक ऐसारास्ता आया जिससे वो कभी लौटकर वापस नहीं आया।एक तरीके से देखा जाए तो उन्होंने इन सारेमुंह को अब एक साथ ठुकरा दिया था इन्होंनेअपने जीवन में काफी सारे मंदिरों का निर्माण कराया।कैची धाम का निर्माण कराया, चूंकि नैनीताल मेंहै और यह इतने ज़्यादा चमत्कारी जगह, इतनाज़्यादा चमत्कारी मंदिर है, बजरंगबली का मंदिर है।

आप देखेंगे तो क्या ही बोलेंगे, कभी इस ख्यातिके बारे में जानेंगे तो क्या ही बोलेंगे।जब Steve Jobs बेरोज़गार थे।इनके पास कुछ नहीं था।इनको समझ में नहीं आ रहा था कि जीवन में करना क्या है?वह भारत आए।नीम करोली बाबा के क्या चीज़ हम मंदिर में आए।सच बता रहा हूं जब वह यहां पर आए तो वहथोड़ी Late हो चुके थे क्योंकि उस समय बाबा अपने समाधिले चुके थे केवल एक साल पहले, लेकिन केवल वह धाममें आने के बाद, वह धाम के दर्शन के बाद जबSteve Jobs वापस America लौटे तो मानो कि बड़े बड़े जोIdeas हैं उनके दिमाग में आने लगे और फिर उसके बाददेखा जाए तो Apple Company का निर्माण उन्होंने कर दिया।आज भी बहुत सारे लोग यह मानते हैं कि Apple Companyकिसी और के बदौलत ही बल्कि नीम करोली बाबा के आशीर्वादकी वजह से ही चलिए चालू हुई है और यह खुदSteve Jobs ने काफी सारे Interviews में Clear Clear कहा है।

नीम करोली बाबा फोटो

दरअसल एक बार की बात है नीम करोली बाबा थोड़े बड़ेहो गए थे अपने जीवन के शुरुआती दिनों को काट रहेथे मैं एक जगह से दूसरी जगह जाना था तो उसकेलिए वो Train का उपयोग कर रहे थे।उस समय उनके पास ज़्यादा पैसे नहीं हुआ करतेथे तो वो Train की Ticket ले नहीं पाएऔर बिना Ticket के Train में चढ़ गए।Train चली जा रही थी और TC आयाTC सब के Ticket Check करने लगा।Check करते करते वह बाबा के पास पहुंचा।बाबा के Ticket देखा टिकिट तो थी नहीं।वह इतना ज़्यादा गुस्से में आ गया कि उसने तुरंत Train कीChain खींची और बाबा को बीज घने जंगल में नीचे होता गया।अब क्या था, Train वापस से चलनी थी, सभी लोगों को पताचल गया था ये, British जमाने की बात है, Train में ज़्यादालोग सवार भी नहीं थे, उन लोगों को पता चल गया थाकि कोई आदमी है उसको Train से उतारा गया है।किसी बहुत गुस्से में आ गया है।इस वजह से Train को रोका गया है।

अब खैर अब Train के बढ़ने कासमय है, Train चालू ही नहीं है।सभी लोग हैरान, सभी लोग Officer वगैरह हैरान, पूरेजितने भी Passenger थे, जो ने देखे थे किइस तरह से बाबा को उतार दिया गया है।TCS Train आगे बढ़ ही नहीं पा रही पता नहीं क्यापरेशानियों के किसी को समझ में ही नहीं आ रहा था।काफी घंटे बीत तीन चार घंटे वहीं पर गिर गए।बाबा किनारे में खड़े हुए यह सब कुछ देख रहे थे।उसके बाद Train कोई सवाल था वो शायद बाबा को जानता था।उसने बोल दिया TC को जाके की आपने कितनी बड़ी गलती की?अगर आप चाहत हैं कि यह Train अपनी जगह से आगे बढ़जाए तो बाबा को बनाइए और वापस से Train में बिठा लिए।तभी यह Train आगे बढ़ पाई।यह मेरी बात मानिए इसी में सबकी बनाइए।नहीं तो एक बड़ी दुर्घटना भी हो सकती है।

नीम करोली कैसे पहुंचे

उसके बाद क्या था?तीसरी ने सोचा कि शायद यह Possible हो सकता है?मुझसे गलती हुई है।तीसरी जाता है, Officer जाते हैं और मैं बाबा सेमाफी मांगते हैं और बोलते हैं कि आप Train मेंबैठ जाइए वरना यह Train आगे नहीं बढ़ पाएगी।बाबा ने कुछ नहीं कहे।बार बार वह लोगों ने बाबा के सामने विनती कीहै तो बाबा ने केवल एक चीज़ ही बोले।मैं ही की शर्त मैं यहां से Train में वापस चढ़ूंगा।शर्त यह है कि इस जगह पर एकसे Station, Railway Station का निर्माण कराया जाए। बस।अब सर क्या थे?अब सरों ने मंजूरी दे दिए।बाबा बैठ गए विश्वास नहीं मालूम बाबा के चढ़ते सेTrain चालू हो गई और फिर उसके बाद आगे बढ़ी।यकीन नहीं होगा दोस्तों आज उस जगह पर सही मेंएक Railway Station है का नाम है Lead करोगे।आप खुद Internet में Search करके देख सकते हो।ये तो कुछ नहीं, एक बार की बात है।मां बाप अपने धाम में थे और एक बहुतबड़ा भंडारा कराया जा रहा था देखा जाए तो।

बहुत सारे भक्त दूर दराज के इलाकों से आए हुए थे।भंडारे में प्रसाद को बनाने के लिए जोघी होते है वो खत्म हो गया।सब लोग चिंता में आ गए कि सामने इतने सारेभक्तगण हैं और यह अचानक से घी खत्म हो गयातो प्रसाद तो ठीक तरीके से वन नहीं पाएगा।बाबा को जब यह बात पता चली तोबाबा ने बोले कि ज़्यादा परेशान मत होइए।एक आदमी को इशारा करके अपने पास बुलाया बोले कि जाओ कुछलोगों को एक साथ लेकर पर नीचे ही जो शिप्रा नदी बहरही है वहां में डिब्बों से पानी भरकर Click किया जाए।सारी चीज़ों का इंतज़ाम हो जाएगा फ़िक्र मत करो।बस मन में राम नाम जपते रहते हैं।

बाबा खुद राम नाम हर समय जपते रहते थे।सभी लोग डब्बे पकड़े दो दो डब्बेपकड़े और नीचे की तरफ चले गए।नदी से पानी भरे जब वापस लौटे, डब्बों कोवापस से भोले बाबा के सामने तो पानी केडिब्बे, घी में तब्दील हो चुके थे।उसमें पानी नहीं घी था।सभी लोग हैरान, श्री राम बजरंगबली और नीम करोली बाबा केजय जयकार के नारे Non Stop लगना शुरू हो गए।भक्तों के सामने बराबर मात्रा में प्रसाद का वितरण हुआ।इस घटना में भी आप यकीन नहीं करते तो एकऔर घटना बताता हूं एक बार की बात है।

बाबा नीम करोली

एक दंपत्ति हुआ करते थे।दंपत्ति का जो बेटा था वह द्वितीय विश्व युद्ध मेंBritish सरकार का साथ दे रहा था उनका सैनिक था।भूटान में तैनात था और युद्ध बढ़ियाखतरनाक तरीके से चल रहा था।काफी समय बीत गया और बेटा वापस नहीं आरहा था दंपति बड़े ही ज़्यादा दुखी थे।एक दिन बाबा उनके घर पर आ गए।सभी लोग Tension में कि रे अचानक सेबाबा कैसे हमारे घर पर आ गए।अब इन्हे बोले कुछ नहीं तुम्हारी याद आरही थी इसलिए तुम्हारे घर पर आया हूँ।कुछ खाना वाना दे दो थोड़ी भूख लगी है।यह लोग बाबा के लिए अच्छा खाने का निर्माण करते हैं तोखाना बनाते हैं बढ़िया और अब आता है बाबा के सोने कासमय, वाह बोलते हैं कि आज तुम्हारे ही घर पर सूंघकर।वह लोगों ने उनको एक छोटी सी कंबल दिए।अब उनके पास जितना भी था वह लोगों ने किए।बाबा ने सामने वाले कमरे में एक बिस्तरबिछाए, कंबल बिछाए और उसी समय सोने लगे।कुछ ही समय बाद बाबा दर्द से करहाने लगे।रात भर कर आते रहे, करवटें बदलते रहे।जो दम्पत्ति थे जिनके घर पर बाबा आए हुए थे।वह लोग Tension में परेशान हो गए।

बोले, बाबा को चल क्या रहा है? हो क्या रहा है?बाबा इतने ज़्यादा तड़प क्यों रहे हैं?वह जाके बाबा को उठा भी नहीं सकतेथे क्योंकि बाबा की नींद खराब हो जाती।वह देखती रहे बाबा के सामने बैठे रहे।जब सुबह हुई तो बाबा उठे और जो कंबलउन्होंने ओढ़े हुए थे उसे Fold किए और उनकेहाथ में थमा बोली ये कंबल को लेकर दो।गंगा नदी में जाकर इसका विसर्जन कर दो।ध्यान रहे इस कंबल को खोल के मत देखना रास्तेमें कुछ भी हो जाए और हां ध्यान रहे।यह काम करने के ठीक एक महीने बाद तुम्हारा बेटा सहीसलामत घर पर लौटकर वापस तारीख गिन के रख लो।ठीक एक महीने में बेटा वापस आएगा।कोई परेशानी नहीं होगी।बस बाबा ऐसा कह कर वहां से निकल जाते हैं।वह लोग इस कंबल को उठाते हैं।और गंगा नदी की तरफ बढ़ जाते हैं।जब वह रास्ते में नदी की तरफ जा रहे थेतो वह कंबल का बाहर लगातार बढ़ते जा रहा था।लगातार बढ़ते जा रहा था।

नीम करोली बाबा के शिष्य

और तट पर पहुंचते पहुंचते वह बहुत ही ज़्यादा भारी होगया तो इतना भारी कि मानो उसमें बहुत सारी कोई लोहेकी वस्तुएं रखी हुई है लेकिन बाबा की माने तो उन्होंनेखोलकर नहीं देखा और फिर उसको कंबल को जन कर दिया।बस उस दिन के बाद Sun लो कि फ़िक्र थोड़ी कमहुई क्योंकि बाबा ने उन्हें आश्वासन दिया था कि बेटा ठीकएक महीने बाद लौट कर ज़रूर आएगा यह करने पर।विश्वास नहीं मानोगी ठीक एक महीने बाद उस तारीख सेठीक तीस दिन बाद बेटा घर पर वापस लौटकर आया।केवल लौट कर नहीं आया बल्कि बेटे ने एक ऐसीबात बताई जिसे सुनकर इनके पैरो तले ज़मीन निकल गए।बेटे ने बताया कि इस इस तारीख की बात है।रात का वह था।अचानक से हमारी टुकड़ी के ऊपर दुश्मनों ने हमलाकर दिया और लगातार बोलियों की बारिश की।लगातार मेरे जितने भी साथी थे सभी लोगों की गोली लगकरमृत्यु हो गई मैं भी उनके साथ था लेकिन पता नहींऐसा चमत्कार हुआ कि एक भी गोली मुझे छू भी नहींपाई गोलियां बाजू से ऊपर से नीचे से कहीं से भीनिकल जाती थी लेकिन मुझे गोलियां लग नहीं रही थी।मैं तो सारी उम्मीदें त्याग चुका था।

मुझे यकीन था कि आज मेरी मृत्यु होजाएगी लेकिन मुझे कुछ भी नहीं हुआ।बेटे ने बोला कि मानो मुझे ऐसा लग रहा था कि कोईअदृश्य शक्ति है जो मेरी जगह पर सारी गोलियां झेल रही है।

जैसे यह बात Sun उन लोगों के पैरों तले ज़मीन निकल गई क्योंकिउसी रात की बात है जिस रात नीम करोली और बाबा उनके घरपर आए हुए थे और इस तरह से दर्द से कराह रहे थे।अब सोचो इस चमत्कार के बारे में सोचिए क्या हुआ होगा?अरे आप इसे भी कुछ नहीं मानते तोएक और बार की घटना बताता हूं मैं।अरे अगर यह कुछ नहीं तो एक बार कीबात बताता हूं Facebook Company नीलाम होने वाली थी।Mark Zuckerberg काफी ज़्यादा Tension में थेफ़िक्र में थी कि क्या किया जाए? क्या किया जाए?तो उन्होंने अपने Mentor से बात की।Mentor कौन?Steve Jobs।Steve Jobs के पास अपनी परेशानी लेकर गए थे।

Steve Jobs ने क्या पता है कि भारत में एकमंदिर है नैनीताल के इलाके में जिसे कैची धाम कहाजाता है नीम करोली बाबा का यह धाम है।वहां पर जाओ वहां पर ज़रूरतुम्हें अपनी परेशानी का हल मिलेगा।सारी चिंताए खत्म होगी और जो Facebook है देखलेना उस मंदिर में जाने के बाद विश्वव्यापी वनजाए मतलब पूरी दुनिया Facebook को जाने की औरबिकने की कोई उम्मीद रहेगी ही नहीं।Mark Zuckerberg ने अपने Mentor की बात माने और वहकाफी हज़ार Kilometer का Travel कर कर यहां पर पहुंचे।बाबा के धाम गए।वहां पर लोगों को देखें।बाबा तो अभी तक समाधि ले चुके थे।जैसा मैंने आप लोगों को बताया, लेकिन वहां से लौटने केबाद, Situations ऐसी Create हुई कि मान लो Face Book Companyदिन दुगनी रात चौगुनी तरक्की करने लगी और बिकने वाली कोईउम्मीद ही नहीं आई और आज Facebook कहां Spend करती हैआप सभी लोगों पता है और यह बात खुद Mark Zuckerbergने एक Interview में मोदी जी से कहे।जी हां, नरेंद्र मोदी एक बारFacebook के Headquarter गए हुए थे।और उस Interview के दौरान उस वार्तालापके दौरान Clear Clear Barbugg ने।मोदी जी को यह बात बताई थी इसके बारे में भीInternet में आप सभी लोगों को पूरी जानकारी मिल जाएगी।

नीम करोली रेलवे स्टेशन

नीम करोली बाबा ने अपने जीवन में बहुत सारे मंदिरों कानिर्माण करा है लेकिन जो धाम की बात करें तो केवलएक धाम नैनीताल में और एक धाम वृंदावन में बनवाया थाजब उनके देहत्या करने का समय आया तो वृंदावन चले गएऔर वहीं पर उन्होंने अपना देहत्या किया।वो हर समय राम का नाम लिया करते थे।उनके देहत्या करने के बाद इनकी ख्याति पूरे विश्वमें फैली बड़े बड़े Hollywood Celebrity भी केवल बाबाकी तस्वीर देखकर ही इनके मुरीद बने।जब उनको कुछ भी बाबा के बारे में नहीं पताथा केवल तस्वीर देखे और के मंत्र वन गए थे।यह खुद काफी सारे Celebrities Accept करते हैं।Junior Robots एक बहुत बड़ी Actress है Hollywood की।वो खुद ये बात को Accept करती है कि हिन्दू धर्मउन्होंने केवल बाबा की तस्वीर देख के अपना लिए था।पता नहीं उस तस्वीर में क्या चमत्कार था।वो Clear ये चीज़ बोली है।कभी आप लोगों को मौका मिले तो नैनीताल के कैचीधाम जहां पर बजरंगबली की मूर्ति स्थापित है नीम करोली का ही यह धाम करा जाता है।वहां पर ज़रूर जाइए, दर्शन करके आइए।

मुझे यकीन है कि आपकी ज़िंदगी में अगर किसी भी तरह कीकोई भी परेशानी चल रही है तो परेशानी जड़ से खत्म होजाएगी और Real चमत्कार आप अपनी आंखों से देखेंगे जो इतने बड़ेबड़े लोगों ने देखे खैर, आज का यह Post  कैसा लगा?Comment Section में ज़रूर बताइए।अब तक इस Post  को देखें तो Like ज़रूर करते रहें। ब्लॉग को Subscribe करके Bell Icon दा के All के Optionमें Click क्योंकि इसी तरह के हैरान कर देने वाले अनोखेPost  आप लोगों के Daily सामने लेकर आते रहते हूं।हिंसा के Link इस Post  के Description Box में जाकर केDirectly वहां पर पहुंच जाना और अगर आप लोग चाहे हैंकि कोई भी एक Particular Topic या कहानी मैं अपने Post के ज़रिए पूरी दुनिया के सामने ले के आऊं तो लिखदीजिए, हो सकता है मेरा अगला Post  उसी Topic या कहानीके साथ ही वन रहा हूं।चलिए कल फिर से मिलता हूं तब तक के लिएबहुत बहुत धन्यवाद आप लोगों का दिन शुभ हो।हर हर महादेव जय बजरंगबली।

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